GSVM, Kanpur में ‘तरंग’ उत्सव का भव्य उद्घाटन ।
13 Dec 2025, Kanpur : जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के वार्षिक उत्सव 'तरंग' का उद्घाटन आज दोपहर 1:30 बजे एक गरिमामय समारोह के साथ किया गया। इस उत्सव ने मेडिकल छात्रों को अपनी बहुमुखी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए एक शानदार मंच प्रदान किया।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति और उद्घाटन सत्र
समारोह का शुभारंभ:
मुख्य अतिथि महापौर डॉ. प्रमिला पांडे और कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। इस शुभ अवसर पर डॉ. चैतन्य काला, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. जी.डी. यादव, और डॉ. एस.के. बर्मन जैसे वरिष्ठ चिकित्सक भी उपस्थित रहे, जिन्होंने उत्सव को अपनी उपस्थिति से गौरवान्वित किया।
ओजस्वी भाषण और चिकित्सकों का महत्व:
उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि डॉ. प्रमिला पांडे का संबोधन विशेष रूप से प्रेरणादायक रहा। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' के ओजस्वी नारों के साथ की, जिसने सभागार में राष्ट्रीय चेतना का संचार किया। महापौर महोदया ने समाज में चिकित्सकों के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला और छात्रों को मानवता की सेवा के प्रति समर्पण का पाठ पढ़ाया। इसके उपरांत, प्राचार्य डॉ. संजय काला ने छात्रों का उत्साहवर्धन किया और 'तरंग' को अकादमिक जीवन के तनाव को दूर करने का माध्यम बताया।
भक्ति भाव और संकाय का प्रदर्शन:
भाषणों के बाद सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का दौर शुरू हुआ। सबसे पहले, एक भक्ति नृत्य की प्रस्तुति दी गई, जिसमें कलाकारों ने भारतीय संस्कृति के आध्यात्मिक पक्ष को अत्यंत श्रद्धा और सौंदर्य के साथ दर्शाया। इसके तुरंत बाद, संकाय सदस्यों द्वारा किया गया नृत्य विशेष रूप से उत्कृष्ट और प्रशंसनीय रहा। शिक्षकों और वरिष्ठ चिकित्सकों को मंच पर प्रदर्शन करते देखना छात्रों के लिए प्रेरणा का एक अनूठा क्षण था।
महाभारत पर आधारित प्रभावशाली नाटिका:
इसके बाद, छात्रों द्वारा महाभारत के विभिन्न मार्मिक और निर्णायक खंडों पर आधारित एक लंबी नाटिका प्रस्तुत की गई। इस नाटिका में दुर्योधन का अपमान, चौसर का प्रसंग, शांति प्रस्ताव, अभिमन्यु वध, अर्जुन को कृष्ण द्वारा गीता का ज्ञान और अंत में दुर्योधन-भीम युद्ध जैसे महत्वपूर्ण दृश्य शामिल थे। प्रस्तुति की गंभीरता और अभिनेताओं के दमदार अभिनय ने दर्शकों को महाभारत के गहन नैतिक द्वंद्व से परिचित कराया।
संगीत की त्रिवेणी:
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गायकी का भी अद्भुत समावेश देखने को मिला। छात्रों ने एक ओर जहां भक्ति गीतों के माध्यम से शांति और सुकून भरा, वहीं बॉलीवुड सिंगिंग ने उत्सव में जोश भर दिया। इसके अतिरिक्त, वेस्टर्न सिंगिंग की प्रस्तुति ने आधुनिक संगीत की ओर छात्रों के रुझान को दर्शाया।
फैशन वॉक ने बांधा समा:
शाम 5:00 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की समाप्ति के बाद, उत्सव का उत्साह फैशन वॉक के साथ चरम पर पहुँच गया। छात्रों ने आत्मविश्वास और रचनात्मकता के साथ विभिन्न परिधानों का प्रदर्शन किया। इस फैशन शो ने न केवल छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ावा दिया, बल्कि 'तरंग' उत्सव को मनोरंजन और ग्लैमर का एक संपूर्ण पैकेज बना दिया।


